पलारी। सिवनी जिले केवलारी विकासखंड के अंतर्गत आने वाले पलारी क्षेत्र में महाकाली महोत्सव के अंतिम दिन शनिवार को शनि मंदिर समिति के तत्वाधान में सुप्रसिद्ध भक्ति भजन गायिका शहनाज अख्तर के भजन कार्यक्रम में माता के भजनों पर पूरा पलारी नगर झूम उठा। पलारी सागर नदी तट शनि मंदिर प्रांगण में समिति द्वारा माता के जगराता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भजन गायिका शहनाज़ अख्तर के मंच पर पंहुचने के साथ सर्वप्रथम जय श्री राम के नारों का उद्घोष कर श्रोताओं ने उनका स्वागत किया। श्रोताओं को साधुवाद करते हुए गायिका ने भी जय श्री राम और जय भवानी के जयकारों से श्रोताओं का उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना गीत के साथ हुई।गायिका ने अपने सबसे पहले और सुपरहिट भजन छुम छनन बाजे मैया पांव पैजनिया, पंडा कराय रहो पूजा मैया जी की झुमझूम के, जो राम को लाये हैं हम उनको लाएंगे, ये भगवा रंग जैसे कई प्रसिद्ध भजन गाये। शनि मंदिर प्रांगण में हजारों की संख्या में शहनाज अख्तर के भजनों का आनंद लेने श्रोता पहुंचे थे। रात में 3:00 बजे के लगभग भगवा रंग भजन की प्रस्तुति से कार्यक्रम का समापन हुआ कार्यक्रम के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने से पलारी बस स्टैंड से कहानी रोड को पुलिस चौकी तक रात्रि के 9:00 बजे से 3:00 बजे तक बंद किया गया। शहनाज अख्तर को सुनने के लिए महिला एवं पुरुष की भीड़ जमा रही कई लोग आसपास में बनी बिल्डिंग की छत पर से कार्यक्रम देख रहे थे।
भजन कार्यक्रम में सुरक्षा को लेकर पुलिस बल पूरी तरह रही मुस्तैद
भजन गायिका शहनाज अख्तर के कार्यक्रम में शनि मंदिर प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में भारी भीड़ को देखते हुए आयोजन स्थल के साथ साथ पूरे पलारी नगर के चौक चौराहों पर में जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर 3 थाना से पुलिस बल कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने पूरी तरह मुस्तैद रही। हजारों की संख्या में भजन का आनन्द लेने पहुंचे लोग पूरी तरह पुलिस व्यवस्था के बीच भजनों का आनंद लिए।
कौन हैं शहनाज अख्तर
बता दें की सुप्रसिद्ध भजन गायिका मध्यप्रदेश के सिवनी जिला अंतर्गत बरघाट की रहने वाली हैं। मुस्लिम परिवार में जन्म लेने के बाद भी वह दस वर्ष की उम्र से नवरात्रों में देवी गीत गाना शुरू की थी। वर्ष 2005 में उनका पहला भजन छन छन छनन बाजे मैया पांव पैजनिया सुपरहिट हुआ। यह गाना बच्चे बच्चे के जुबां पर आ गया। उनके द्वारा सैकड़ों भजन गीत का एल्बम बनाया जा चुका है। मुस्लिम परिवार में जन्म लेने के बाद भी हिंदू देवी देवताओं की गीत गाने को लेकर उनके विरुद्ध फतवा भी जारी किया जा चुका है। बावजूद उन्होंने भजन गाना नहीं छोड़ा। उनका मानना है कि आज उनकी जो पहचान देश भर में है वह देवी भजनों के कारण ही है।कार्यक्रम रात तीन बजे तक संचालित हुआ। मौके पर उपस्थित श्रोता मंत्रमुग्ध होकर भजनों का आनंद लेते हुए झूमते नजर आए। कार्यक्रम में मौके पर समिति सहित आयोजन समिति के सभी सदस्य और नगर के गणमान्य नागरिक, भारी संख्या में दूर दरास से आए श्रोतागण मौजूद रहे।