एक दशक से अधिक समय से सांपों को बचाने का अभियान
सिवनी जिले के अरी निवासी लतीफ खान ने सर्पमित्र के रूप में एक अनूठी सेवा शुरू की है, जिसमें वह सांपों को पकड़कर जंगल में छोड़ते हैं।यह सेवा वह पिछले 10 वर्षों से निशुल्क और निस्वार्थ रूप से कर रहे हैं, जिससे लोगों और सांपों दोनों की जान बचती है।आलम यह है कि क्षेत्र में दूर-दूर तक किसी के यहॉ सांप निकलने पर उसे मारने या वन अमले को सूचना देने के बजाय लोग सीधे लतीफ को बुलाते हैं।यहॉ तक कि कई बार वन अमले द्वारा भी लतीफ को मदद के लिए बुलाया जाता है।
लतीफ खान लोगों से अपील करते हैं कि सांपों को मारने के बजाय उन्हें पकडकर सुरक्षित जंगल में छोड देना चाहिए।सांप किसानों के मित्र हैं और पर्यावरण संतुलन के लिए महत्वपूर्ण है। सांपों को मारने से पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
लतीफ बताते हैं कि सांपों को सावधानीपूर्वक पकडना होता है।क्षेत्र में मुख्यरूप से भारतीय नाग,रसल वायपर(पर्रावन),डांडेकार जैसे विषैले सांप पाए जाते हैं तो वहीं धामन,पनिया,कुकरी,कोडिया जैसे विषहीन सांप अक्सर देखने को मिलते हैं।उन्होंने कई बार कुछ विलुप्त प्रजाति के सांप भी पकडे हैं।
लतीफ अक्सर अपने हाथों और स्टिक के सहारे सांप को कंट्रोल कर उसे एक डिब्बे में बंद कर देते हैं और फिर उसे दूर सुरक्षित जंगल में ले जाकर छोड देते हैं।लतीफ ने बताया कि वह यह काम बिना किसी शुल्क के निस्वार्थ रूप से करते है।इस काम में उपयोग होने वाली रेस्क्यू किट जैसे स्टिक,डिब्बा,ग्लब्स,शूज आदि वह स्वंय के व्यय पर लेते हैं या कभी क्षेत्र के कुछ वरिष्ठ और गणमान्य नागरिकों द्वारा उन्हें सप्रेम भेंट की जाती है। अभी तक शासन-प्रशासन की तरफ से उनको कोई मदद या प्रोत्साहन नहीं मिला है।
लतीफ को अब इस काम में क्षेत्र के कुछ युवाओं का भी साथ मिलने लगा है।अरी के ही रहने वाले अफरोज खान,कुलदीप धुर्वे ,मोहसिन खान ,अनस खान ,पिन्टू डहरवाल आदि भी इस काम में लतीफ का पूरा सहयोग कर रहे हैं।
लतीफ खान की यह सेवा केवल सांपों की जान नहीं बचाती है बल्कि लोगों को भी सांपों से बचाती है। उनकी सेवा से लोगों में जागरूकता बढ़ रही है और सांपों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है जो पर्यावरण संतुलन के लिए अच्छा है।