एकलव्य आवासीय विद्यालय का भूमिपूजन संपन्न
धनौरा। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर सिवनी जिले के आदिवासी बाहुल्य धनौरा में जिला स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस का भव्य आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों में सिवनी विधायक दिनेश राय, केवलारी विधायक रजनीश ठाकुर, लखनादौन विधायक योगेंद्र सिंह, जिला पंचायत सदस्य घूरसिंह सल्लाम, धनौरा जनपद अध्यक्ष गुलाब सिंह भलावी, पूर्व विधायक ढाल सिंह मर्सकोले, भाजपा जिला उपाध्यक्ष नवल श्रीवास्तव, भाजपा नेता मुकेश बघेल, कलेक्टर संस्कृति जैन, सहायक कलेक्टर पंकज वर्मा, एसडीएम बिसन सिंह सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए।
सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा:
सांसद श्री कुलस्ते ने अपने संबोधन में भगवान बिरसा मुंडा के योगदान को नमन करते हुए कहा कि जनजातीय शहीदों के बलिदान और गौरवशाली इतिहास को समाज तक पहुंचाने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने युवाओं को शहीदों के बलिदान से प्रेरणा लेने और समाज के उत्थान में योगदान देने का संदेश दिया।
विधायक दिनेश राय ने बच्चों को किया प्रेरित:
सिवनी विधायक दिनेश राय ने भगवान बिरसा मुंडा के गौरवशाली इतिहास और उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बच्चों से मेहनत और लगन से पढ़ाई करने की अपील की। उन्होंने उपस्थित बच्चो को समाज के साथ आगे बढ़कर अपने एवं अपने परिवार का विकास के लिये पढ़ाई की राह चुनने की बात कही। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे मन लगा कर पढ़ाई करें। साथ ही महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा प्रदान किए जा रहे विशेष आरक्षण की जानकारी दी।
विधायक रजनीश ठाकुर ने बताया विकास का मार्ग:
केवलारी विधायक रजनीश ठाकुर ने कहा कि धनोरा में बनने वाला एकलव्य आवासीय विद्यालय क्षेत्र के बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि धनोरा में एकलव्य आवासीय विद्यालय बनने से निश्चित रूप से धनोरा एवं आस-पास क्षेत्र को लाभ मिलेगा।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष डॉ. नवल श्रीवास्तव ने अपने संबोधन के दौरान रखी प्रमुख मांगे
भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष डॉ. नवल किशोर श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण के दौरान क्षेत्र की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए धनोरा में महाविद्यालय और खेल मैदान की मांग को जिला कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित किया और भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों को समाज के विकास के लिए प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज को उनकी संस्कृति, परंपरा, और भगवान बिरसा मुंडा के संघर्षों की याद दिलाते हुए विकास और शिक्षा के प्रति जागरूक किया। प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास किए गए एकलव्य विद्यालय से क्षेत्र में शिक्षा की नई राह खुलेगी और आदिवासी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण:
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण भगवान बिरसा मुंडा के गौरवशाली इतिहास पर आधारित वक्तव्य के साथ ही एकलव्य आवासीय विद्यालय धनौरा का भूमिपूजन, क्षेत्रीय विकास और जनजातीय समुदाय के सशक्तिकरण पर चर्चा। यह आयोजन न केवल भगवान बिरसा मुंडा की स्मृति में एक श्रद्धांजलि था, बल्कि जनजातीय समुदाय को सशक्त बनाने की दिशा में उठाया गया एक कदम भी।
बिहार से प्रसारित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने विकास योजनाओं का शुभारंभ किया, धनौरा के एकलव्य आवासीय विद्यालय का भूमिपूजन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य आतिथ्य में बिहार के जमुई में आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण धनौरा में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम स्थल पर देखा और सुना गया। इस विशेष अवसर पर प्रधानमंत्री ने 6600 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास योजनाओं का शुभारंभ, लोकार्पण और भूमिपूजन किया।
450 क्षमता वाले एकलव्य आवासीय विद्यालय का भूमिपूजन
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने धनौरा में बनने वाले 450 क्षमता वाले एकलव्य आवासीय विद्यालय का भूमिपूजन भी किया। इसके लिए धनौरा में कार्यक्रम स्थल पर शिलापटल का अनावरण किया गया, जिसमें क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया।
विकास की नई सौगात:
प्रधानमंत्री द्वारा इन योजनाओं और विकास कार्यों की घोषणा से न केवल बिहार बल्कि देशभर में विकास की रफ्तार तेज होगी। एकलव्य आवासीय विद्यालय जैसे संस्थान ग्रामीण और जनजातीय बच्चों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और बेहतर भविष्य का अवसर प्रदान करेंगे। इस आयोजन ने क्षेत्र के नागरिकों में विकास की उम्मीदें और जनजातीय समुदाय के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को मजबूत किया।
जनजातीय लोक नृत्यों ने बिखेरा रंग, दर्शकों का मोहा मन
धनौरा में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं और स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत जनजातीय लोक नृत्यों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में बैगा नृत्य, मोर पंख नृत्य, और अन्य पारंपरिक प्रस्तुतियों ने जनजातीय संस्कृति की झलक पेश की। इन नृत्यों में शामिल उत्साह और सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत करता हर प्रदर्शन दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण बना।
कलाकारों की प्रस्तुतियों ने न केवल मनोरंजन किया बल्कि जनजातीय परंपराओं और सांस्कृतिक मूल्यों को भी उजागर किया। उपस्थित अतिथियों और नागरिकों ने इन प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
यह आयोजन क्षेत्रीय संस्कृति के संरक्षण और जनजातीय परंपराओं के प्रचार-प्रसार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को वितरित किए गए हितलाभ
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत लाभार्थियों को हितलाभ वितरित किए गए। यह पहल क्षेत्रीय विकास और सामाजिक कल्याण को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
मुख्य योजनाओं के लाभार्थी:
प्रधानमंत्री आवास योजना: सरजू बेगा, सेवंती बाई, राजकुमार, सविता बाई और कविता बाई को आवास निर्माण के लिए स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए।
पूर्ण आवास का प्रतीकात्मक चाबी वितरण: अनिल कुमार को उनके पूर्ण आवास की चाबी सौंपी गई।
अनुकंपा नियुक्ति: मदन कुर्वेती, नितिन मर्सकोले और राजदीप उइके को अनुकंपा नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।
महिला सशक्तिकरण: आजीविका महिला स्व-सहायता समूह को 25 लाख रुपये की सहायता राशि का प्रतीकात्मक चेक दिया गया।
कृषि प्रोत्साहन: स्थानीय किसानों को मसूर बीज की मिनी किट का वितरण किया गया।
हितलाभ वितरण का उद्देश्य:
इस कार्यक्रम का उद्देश्य सरकारी योजनाओं के माध्यम से जरूरतमंद नागरिकों को सीधा लाभ पहुंचाना और उनकी आजीविका व जीवन स्तर में सुधार करना था। हितलाभ वितरण ने न केवल लाभार्थियों को प्रोत्साहित किया, बल्कि क्षेत्र में विकास की नई उम्मीदें भी जगाईं।