मध्यान भोजन में परोसी जा रही है इल्लियां
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही से छात्राएं हो रही परेशान
केवलारी – एक ओर जहां प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह अपनी लाड़ली भांजियों को उच्च शिक्षा और उज्वल भविष्य के लिए अनेक योजनाएं चला रहे हैं, तो वही सिवनी जिले के अंर्तगत आने तहसील केवलारी के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में वहां पर अध्ययनरत छात्राओं ने आरोप लगाया कि ना तो बेहतर शिक्षा की व्यवस्था है, और ना ही साफ़ पेय जल की कोई उचित व्यवस्था है । स्कूल की छात्राओं ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि स्कूल में बहुत कम शिक्षक हैं, जिनमे से कुछ शिक्षक तो स्कूल के काम मे लगे रहते हैं, जिसके चलते दिन में 2 ही विषयों की क्लास लग पाती है, बाकी समय छात्राओं से स्कूल में झाड़ू लगवाई जाती है । साथ ही डेक्स ब्रेंच के अभाव में छात्राओं को जमीन में नीचे बैठाया जाता है। छात्राओं ने यहां तक बताया कि यहाँ मध्यान भोजन में कभी इल्ली निकलती है ! तो कभी कच्चा भोजन ही परोस दिया जाता है। यहां तक की छात्राओं को पानी पीने के लिए स्कूल की दीवार फांद कर कुएं के पास जाना पड़ता है, जिसके चलते छात्रायें घायल भी हो जाती हैं । इसके बावजूद इस दिशा में स्कूल प्रबंधन द्वारा इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा।
शासकीय कन्या माध्यमिक शाला केवलारी में अध्यनरत कक्षा 6वीं 7वीं एवं आठवीं के छात्राएं एवं उनकी पलकों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है की उक्त शाला में बनाये जाने वाले माध्यान्ह भोजन किचन / रसोई कक्ष में गंदी फैली रहती है, खाद्य सामग्री पॉलीथीन में रखे जाते है । साफ सफाई से खाना नहीं बनाया जाता है, तथा मीनू के आधार पर खाना नहीं बनाया जाता है। यहां तक कि शाला में पदस्थ शिक्षक व्दारा छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार कर खराब लहजे से बातें की जाती है जिसके कारण छात्राएं भय के साय में अध्यन करने को मजबूर है ।
उनका कहना है इस संबंध में मौखिक रूप से उनके द्वारा पूर्व में संस्था प्रमुख एवं विद्यालय के प्राचार्य को शिकातय की गयी थी लेकिन उनके द्वारा किसी प्रकार से कोई सुधार कार्य नहीं किया गया ।
वहीं इस मामले में स्कूल के प्राचार्य से बात की गई तो उन्होंने बताया कि स्कूल में अभी 13 शिक्षकों की नियुक्ति रिक्त जिसमे अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में है साथ ही सभी समस्याओ को गंभीरता से लेकर जल्द निराकरण का आश्वासन दिया और अभद्र व्यवहार करने वाले शिक्षक पर जांच कर उचित कार्यवाही की बात कही है ।