सागौन तस्करों पर कार्रवाई, केवलारी वन परिक्षेत्र का मामला, सागौन की सिल्लियों सहित पिकअप और बोलेरो वाहन जप्त, 01 आरोपी गिरफ्तार, अन्य फरार, फरार आरोपियों की तलाश में जुटा वन विभाग
केवलारी : सिवनी जिले के केवलारी वन परिक्षेत्र में अवैध सागौन कटाई और तस्करी का गोरखधंधा लंबे समय से फल-फूल रहा है। स्थानीय लोगों और जागरूक नागरिकों द्वारा वन विभाग को बार-बार इसकी जानकारी देने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नतीजतन, यह समस्या लगातार गंभीर होती गई।
देर रात वन विभाग ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए सागौन तस्करी में लिप्त पिकअप और बोलेरो वाहन जप्त किए। इन वाहनों से सागौन की सिल्लियां और कटाई के औजार बरामद हुए। कार्रवाई के दौरान एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए।
प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि तस्करी का यह धंधा वन विभाग की जानकारी के बिना संभव नहीं है। वन क्षेत्र में नियमित गश्त और निगरानी के अभाव में तस्कर आसानी से कीमती सागौन के पेड़ों को काट रहे हैं। वन विभाग को कई बार शिकायतें मिलने के बावजूद कार्रवाई केवल तब होती है जब समस्या सुर्खियों में आ जाती है।
गिरफ्तारी पर सवाल, फरार आरोपियों का क्या?
वन विभाग ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, लेकिन बाकी आरोपी फरार हो गए। विभाग अब फरार आरोपियों की तलाश और मामले की जांच की बात कर रहा है। सवाल यह उठता है कि अगर वन विभाग समय पर कार्रवाई करता, तो इतनी बड़ी मात्रा में सागौन की कटाई और तस्करी कैसे संभव होती?
इनका कहना है :
आर.के. गुरुदेव, एसडीओ, वन विभाग केवलारी
स्थानीय जनता में आक्रोश
इस पूरे मामले ने केवलारी क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। लोगों ने इस तरह वन संपदाओं को नष्ट करने पर नाराजगी जाहिर की है। लोगों का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही और मिलीभगत से जंगलों का नुकसान हो रहा है। यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो कीमती वन संपदा खत्म हो जाएगी।
प्रश्न अनुत्तरित:
वन विभाग की निष्क्रियता पर कार्रवाई कब होगी?
फरार तस्करों को पकड़ने में कितना समय लगेगा?
अवैध कटाई और तस्करी की रोकथाम के लिए क्या ठोस कदम उठाए जाएंगे?
यह मामला वन विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। अब देखना यह है कि विभाग दोषियों को पकड़ने और अवैध तस्करी रोकने के लिए कितना सक्रिय रहता है।