“जल गंगा संवर्धन अभियान” अंतर्गत जल स्रोतों का किया गया संवर्धन
पलारी। सिवनी जिले के केवलारी विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत चिरचिरा के मौनीदादा आश्रम देवघाट में बड़े हषोल्लास के साथ गंगा दशहरा पर्व मनाया गया। शासन की मंशानुसार इस पर्व में विविध कार्यक्रम आयोजित किये गए। साथ ही जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन कार्यक्रम भी सम्पन्न हुआ। जहां केवलारी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली सभी पंचायतों के जनप्रतिनिधि और सैकड़ों की संख्या में पहुंचे मां वैनगंगा के श्रद्धालुओं की गरिमामयी उपस्थिति रही।
आपको बता दे कि कार्यक्रम की शुरुआत में सर्वप्रथम कलश शोभा यात्रा निकाली गई, इसके पश्चात अतिथियों एवं साधु संतों का स्वागत सम्मान किया गया, ततपश्चात वृक्षारोपण कार्य किया गया। शाम 6:00 बजे माँ गंगा की महाआरती एवं भव्य दीपदान एवं रंग बिरंगी आतिशबाजी के साथ जल गंगा संवर्धन अभियान एवं गंगा दशहरा पर्व का समापन किया गया। रात्रि 8:00 बजे से भजन कीर्तन के साथ भोजन प्रसाद का कार्यक्रम अनवरत जारी रहा।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश शासन के निर्देशन में 5 जून पर्यावरण दिवस से 16 जून 2024 तक जिलेभर में जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया गया। इसी तारतम्य में विकासखंड केवलारी की समस्त पंचायतों में जल सवंर्धन संरक्षण की गतिविधियां सम्पन्न हुई हैं। जिसमे विभिन्न जल स्त्रोतों, कुओं, बावड़ियों सहित तालाबों, नदियों आदि में सफाई अभियान चलाया गया।
उक्त कार्यक्रम मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत केवलारी के निर्देशन में ग्राम पंचायत चिरचिरा द्वारा आयोजित किया गया। जहां श्रीमति दुर्गा कुमरे सहायक यंत्री जनपद पंचायत केवलारी, अजय पारधी एपीओ जनपद पंचायत केवलारी, सचिन डहरवाल उपयंत्री जनपद पंचायत केवलारी, जी. एस. बरकड़े अजीवका मिशन केवलारी, खेमकरण जांघेला अजीवका मिशन केवलारी, चोलाराम मरावी अजीवका मिशन केवलारी, चमरू मसराम जनपद पंचायत सदस्य, प्रकाश राय जी,पूर्व जनपद पंचायत सदस्य केवलारी, शिवकुमार नाग सरपंच ग्राम पंचायत चिरचिरा, श्री मति प्रीता डहेरिया सरपंच ग्राम पंचायत लोपा, झनकलाल इनवाती सरपंच ग्राम पंचायत खापा बाजार, देवराज डहेरिया उपसरपंच ग्राम पंचायत मैरा, अजय तिवारी पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत पिपरिया कला, आशु बघेल जी संचालक/स्वयंसेवक मोनी दादा आश्रम चिरचिरा, संतोष बघेल कार्यकर्ता मोनी दादा आश्रम चिरचिरा सहित सैकड़ों की संख्या में पहुंचे क्षेत्रीयजनों की सराहनीय उपस्थिति रही।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश शासन द्वारा नदी, नालों और, तालाब, झील, कुंआ, ऐतिहासिक जल संरचनाओं बावड़ी आदि जल स्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन हेतु ”जल गंगा संवर्धन अभियान” चलाया गया, जिसके अंतर्गत विभिन्न जल स्रोतों की साफ-सफाई, गहरीकरण एवं नवीन जल स्त्रोतों के निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। जल गंगा संवर्धन अभियान को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों आमजनों में भी खासा उत्साह है। प्रत्येक वर्ग जनसमुदाय अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए स्वप्रेरणा से अपने आस-पास स्थित जल स्त्रोतों की साफ-सफाई कर सवांरने एवं सहजने का कार्य कर रहे हैं।