960 करोड़ की लागत से बना 28 किलोमीटर का हिस्सा हुआ क्षतिग्रस्त
सिवनी-मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में देश का पहला साउंड प्रूफ ब्रिज नेशनल हाईवे 44 पर बना है। जिले में हो रही लगातार बारिश के कारण यह साउंड प्रूफ ब्रिज क्षतिग्रस्त हो गया है। अब इसके मरम्मत का काम चल रहा है, जिसकी वजह से हाईवे पर लगातार ट्रैफिक जाम देखने को मिल रहा है।कश्मीर से कन्याकुमारी को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे- 44 सिवनी जिले से होकर गुजरता है और यह साउंड प्रूफ ब्रिज इसी हाईवे का हिस्सा है। सिवनी से नागपुर रोड पर पेंच टाइगर रिजर्व के जंगलों के बीच यह देश का सबसे बड़ा और पहला साउंड प्रूफ ब्रिज बनाया गया है। इस ब्रिज पर सैकडों गाड़ियां बहुत तेज भागती हैं, इसके दोनों ओर मेटल की शील्ड लगाई गई है जिससे गाड़ियों का शोर जंगल तक और ब्रिज के नीचे नहीं सुनाई देता है। इस पर लाइट रिड्यूसर भी लगाया गया है। इस पर वन्यजीवों के लिए एनिमल अंडरपास भी बनाए गए है। 28 किलोमीटर लंबा NH 44 का यह हिस्सा 960 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। उद्घाटन के महज़ 03 साल बाद ही यह बारिश नहीं झेल पाया और कई जगहों पर टूट गया है। भारी बारिश के कारण इस ब्रिज पर कई जगहों पर दरारें आ गई हैं।