खैरापलारी पंचायत के मोक्षधाम में किया गया पौधारोपण कार्यक्रम
जनपद अध्यक्ष रणजीत सिंह ठाकुर सहित सैकड़ों ग्रामीणजन रहे उपस्थित
पलारी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशन में संचालित “एक पेड़ मां के नाम अभियान” अब जन अभियान का रूप ले रहा है। इस अभियान अंतर्गत विभिन्न शासकीय विभागों के अधिकारी-कर्मचारी एवं आमजन पौधरोपण के लिए सामने आ रहे हैं तथा अपनी मां के नाम से एक पौधा लगाकर इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ले रहे हैं।
इसी क्रम में सिवनी जिले के केवलारी विकासखंड अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खैरापलारी के तत्वावधान में रविवार को स्थानीय मोक्षधाम में “एक पेड मां के नाम अभियान” के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमे बड़ी संख्या में ग्रामवासियों ने पहुंच कर एक-एक पेड अपनी मां के नाम से लगाया।
इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि रणजीत सिंह ठाकुर अध्यक्ष जनपद पंचायत केवलारी द्वारा उपस्थित पर्यावरण प्रेमियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी का माँ के साथ भावनात्मक लगाव होता है इसलिये हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री जी के द्वारा “एक पेड़ माँ के नाम” से महाअभियान प्रारम्भ किया गया है ताकि हम सभी एक पेड़ अपनी जननी के नाम से लगाकर प्रकृति का सरंक्षण में अपनी सहभागिता दर्ज करा सकें।
साथ ही जनपद अध्यक्ष केवलारी ने इस अवसर पर उपस्थित सभी जनप्रतिनियों एवं गणमान्य नागरिकों से अपनी मां के नाम से लगाये जाने वाले पौधे की एक वर्ष तक देखभाल करने की शपथ दिलाई । इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ. प्रमोद राय, सरपंच नीतू उदय ठाकुर, उपसरपंच विनोद ठाकुर, सचिव यशवंत ठाकुर, पंचगण एवं ग्रामवासियों में युवराज सिंह सेंगर, पुरुषोत्तम खेमुका, विजय अगवाल, परमानन्द खेमुका, आर.पी चक्रवर्ती, नारायण पसाद साहू, विजय साहू, संतोष सोनी, रवि चकवती, मयंक जायसवाल, राकेश ग्यारसिया, बसंत यादव, डाक्टर एस पी जायसवाल, राकेश ठाकुर, प्रशांत खेमुका, रेलवे स्टेशन मास्टर विनोद, आनंद रजक, छोटू महाराज, राजेंद्र सोनी, मुन्ना यादव सहित सैकड़ों ग्रामीणजन एवं महिलाएं तथा बच्चे उपस्थित रहे। उक्त महाभियान के सफल आयोजन के लिये प्र.सचिव यशवंत ठाकुर की उपस्थित जनों द्वारा भूरी-भूरी प्रसंशा की गई। साथ ही उपस्थित जनसमुदाय द्वारा पर्यावरण को संरक्षण की दिशा में वसुंधरा को हरा भरा करने के लिए बड़ी संख्या में पौधारोपण करते हुए पौधों के सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति द्वारा ली गई।और पौधों को वायुदुत एप में पंजीकृत किया गया।