समस्याओं के जल्द निदान हेतु नगर परिषद अधिकारियों को दी हिदायत
केवलारी-:नगर परिषद के गठन के बाद केवलारी की जनता ने आस लगाई थी कि अब बजट के प्रवधान में बढ़ोत्तरी होने से रुके हुए सभी विकास कार्यो को जल्दी ही पूरा किया जाएगा परंतु नगरपरिषद के गठन के सालों बीत जाने के बाद भी हालात जस के तस बने हुए है,बल्कि कहा जाए कि ग्राम पंचायत से भी बदत्तर स्थिति में पहुंच गए हैं तो अतिशयोक्ति नही होगी।लोग अब मुखर होकर कहने से नही चूक रहे कि इससे अच्छे से तो कहीं कम बजट में ग्रामपंचायत का सफलता पूर्वक संचालन किया जा रहा था। विगत कई दिनों से केवलारी की जनता बून्द बून्द पानी के लिए तरस रही है कई वार्डो में हफ़्तों हफ़्तों तक नल नही आ रहे,कचरा गाड़ी पिछले छः महीने से नगरपरिषद में बंद खड़ी हैं सारे नगर में कचरा का अंबार लग रहा है,नगर के मुख्यमार्गों में अव्यवस्थित और अतिक्रमण करके दुकाने लगने लगी जिससे बाजार चौक मार्ग में वाहनों की आवाजाही बन्द हो गयी जिससे बजारचौक के व्यापारियों के सामने आर्थिक संकट गहराने लगा है।हाटबाज़ार सिर्फ मछली मार्केट में तब्दील कर के छोड़ दिया गया है,मुख्य सड़क में अतिक्रमण होने से और बसों के सड़क में खड़े होने से जाम की स्थिति हमेशा बन रही है,कई वार्डों में अंधकार छाया है तो कही एक ही वार्ड में अनेक हाईमास्क लाइट लगा कर नगरवासियों से भेदभाव किया जा रहा है,सीएम हेल्पलाइन में शिकायत पर अधिकारियों द्वारा पोर्टल में गलत जानकारी (शिकायत का समाधान)भेज दी जा रही है और नगरपरिषद के जिम्मेदार बेसुध होकर आंखें मूंदे पड़े हैं। नगरपरिषद में चल रहे भारी भरकम भ्रष्टाचार और मनमानी की शिकायत भी वरिष्ठ अधिकारियों के पास दी गयी हैं जिसमे बेलगाम डीजल खपत और मनमाने दामों में सामानों की खरीद एवं जनहितकारी योजनाओ में गंभीर लापरवाही प्रमुख रूप से हैं।इस सब समस्याओं को लेकर नगर के प्रबुद्धजन नगरपरिषद के अधिकारी के पास समाधान के लिये पहुंचे जहां से समाधान की गुंजाइश न मिलने पर केवलारी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री महेश अग्रवाल से चर्चा की गई जिस पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम महोदय तुरंत नगरपरिषद कार्यालय पहुंचे और सबकी समस्याओं को ध्यान से सुना और नगरपरिषद के अधिकारियों को उक्त सभी समस्याओं के त्वरित निराकरण के निर्देश देते हुए बाज़ार चौक क्षेत्र का निरीक्षण किया जहां व्याप्त अतिक्रमण, अव्यवस्था और गंदगी देख नगरपरिषद के अधिकारियों पर तल्ख लहजे में जल्द से जल्द सुधार करने को निर्देशित किया।फिलहाल जनता की मूलभूत जरूरत पूरी करने में वर्तमान नगरपरिषद के जिम्मेदार असफल सिद्ध हो रहे हैं जिससे नगरपरिषद क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को अब वरिष्ठ अधिकारियों से राहत की उम्मीद है।